मकर संक्रांति हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। मकर संक्रांति का त्योहार भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। मकर संक्रांति पर भगवान सूर्य देव की उपासना की जाती है। वेदों के अनुसार, मकर का अर्थ है राशि और ‘संक्रांति’ का अर्थ है ‘सूर्य का एक राशि से दूसरी दूसरी राशि में जाना। जब सूर्य देव मकर राशि में संचरण करते हैं, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है।
सूर्य के राशि परिवर्तन के कारण ही एक वर्ष में बारह संक्रांतियां आती हैं। मकर संक्रांति का त्योहार गर्म और लंबे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन से सर्दियां समाप्त होना शुरू हो जाती है। मकर संक्रांति से पहले सूर्य की दिशा दक्षिणी गोलार्ध में होती है, जिसके कारण है कि भारत में सर्दियों की रातें लंबी और दिन छोटे होते हैं। हालांकि, जब सूर्य उत्तरी गोलार्ध की ओर अपनी यात्रा शुरू करते हैं, तब दिन बड़े और रातें छोटी हो जाती हैं। मकर संक्रांति को माघी के नाम से भी जाना जाता है।